धर्म की उत्पत्ति क्यों कब और कैसे हुई
आज हर इनसांन धर्म की बात करते है हर कोई अपने अपने धर्म को दूसरे से अच्छा बताने में गर्व महसूस करता है लकिन शायद ही किसी को इस धर्म की कुछ मुख्य बांते पता हो? जैसे की धर्म की उत्त्पति कब कैसे और क्यों हुई? दोस्तों आज मै आपको इसी विषय पर कुछ बताने जा रहा हूँ
धर्म की उतपति क्यो हुई?
जब सारी सृष्टि का निर्माण हुआ तब मनुष्य पूरी पेड़ पौधे जीव जंतु पशु पक्षी के साथ साथ धीरे धीरे विकसित होने लगा परंतु सारी सृष्टि में मनुष्य एक मात्र ऐसा प्राणी है जो सब से अलग और श्रेष्ठ था क्योकि सिर्फ मनुष्य के पास सोचने समझने के लये विवेक और बुद्धि का वरदान प्राप्त है और अपने इसी विवेक और बुद्धि का इस्तेमाल करके ही मनुष्य सही और गलत में अंतर को जान सकता है और जब कोई इंसान कुछ गलत करता है तो उसकी अंतरात्मा उसे कही न कही दोषी ठहराती है और उसे उस गलत कार्य के लिए दंड का डर का भय कही न कही उसके मन को प्रभावित करती है और जब मनुष्य को इस बात का ज्ञात हुआ तो उस दंड से
बचने के लिए अथवा मोक्ष प्राप्ति के लिए अपनी बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल करके कई उपाय किये और कई क्रियाकलापों को जन्म दिया और आगे चलकर धर्म का रूप ले लिया
धर्म की उत्पत्ति कब हुई?
इस प्रश्न का उत्तर शायद ही किसी को पता हो आज तक इस बात का सही अनुमान नहीं लग पाया है
लकिन धर्मग्रंथो के अनुसार सब के अलग अलग विचार है धर्म की उत्पत्ति तब हुई जब जब इंसान की अंतरात्मा ने उसे अपने सृष्टिकर्ता की जरुरत महसूस हुई धर्म की उत्पत्ति के समय काल पर कोई धर्म एकमत
नहीं है
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